| And a day when I shall die
My lyrics, my poems, my songs
Will also die with me.
A dead never utters -
I shall die.
Queen of the earth !
Your frozen lips shall touch my limbs
Slowly and very slowly
My spirit shall vanish
Like a piece of Camphoor
And I shall die.
In the murmur of leaves
In the striding steps of winds
In the tender shower and breeze
My breath shall linger and wait
But I shall die in solitude-
I shall die. | और एक दिन जब मैं मर जाऊँगा
मेरे गीत, मेरी कविताएँ, मेरे गान
मेरे साथ मर जाएँगे
मृतक कभी नहीं बोलता -
मैं मर जाऊँगा।
धरा की रानी !
तुम्हारे हिम-अधर
करेंगे स्पर्श मेरे अंगों का
धीरे और बहुत धीरे
मेरी चेतना लुप्त होगी
कपूर के टुकड़े सी -
और मैं मर जाऊँगा।
पत्तियों की मर्मर में
पवनों के तेज कदमों में
मृदु वर्षा बूदों और झँकोरों में
रह जाएँगी मेरी साँसे प्रतीक्षित -
लेकिन मैं मर जाऊँगा एकांत में
मैं मर जाऊँगा। |
ऐसे ही सुधीजन कविजन मरने लगे तो फिर अमरता किस चिड़िया का नाम है ?
जवाब देंहटाएंवह कई तरीकों से अमर होता है -अपनी रचनाओं के कालजई बनने से /वंश परम्परा में
स्मारकों में और लोक स्मृति में .....
गीत और कवितायेँ या कहें रचनाएँ कालजयी हैं तो उसे कौन मार सकता है - कोई नहीं इसलिए प्रयास उसी तरफ अर्थात ऐसा ही कुछ लिखने का होता है जिसे असंख्य करते हैं लेकिन बिरले ही सफल होते हैं.
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर कविता जी, यह कविता कवि को अमर बना देती है, कभी नही मरने देती.
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
somewhere far in the horizon
जवाब देंहटाएंMy existence will be endangered
In the depth of endless ocean
my Conscious will melt and flow
And I will die
Yes I die in solitude
"truely amezing, with real imaginary...reflecting a particular moment with an intelectual expressions"
regards
’हम न मरैं, मरिहैं संसारा’! कह दे रहा हूँ ।
जवाब देंहटाएंआज टिप्पणी ही पहले पढ़ ली । कविता पढ़ने दुबारा आता हूँ ।
मृत्यु की प्रतीक्षा, असीमित शान्ति, कोई भड़भड़ाहट नहीं, सुन्दर चित्रण ।
जवाब देंहटाएंअच्छी कविता और अच्छा अनुवाद । भई कुछ अनुवाद और हो जाये ।
जवाब देंहटाएंपंक्तिशः अनुवाद फिर से पढ़ने आया हूँ ! यह अंग्रेजी वाली किसकी है ?
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