मंगलवार, 19 जून 2012

वो अफसाना कहते हैं...



बाँचते हैं जो खबर भड़काना कहते हैं 
चुप रहते हैं वो समझाना कहते हैं 
वजह ढूँढ़ते हैं सचाई की मेरी आँखों में 
मुस्कुराते हैं फिर अफसाना कहते हैं।
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  1. The world is all that is the case.
  2. What is the case—a fact—is the existence of states of affairs.
  3. A logical picture of facts is a thought.
  4. A thought is a proposition with a sense.
  5. A proposition is a truth-function of elementary propositions.
  6. The general form of a truth-function is: [\bar p,\bar\xi, N(\bar\xi)]. This is the general form of a proposition.
  7. What we cannot speak about we must pass over in silence

बुधवार, 13 जून 2012

उठाया सलीब जो शैतानी मसीह का...

उठाया सलीब जो शैतानी मसीह का वो काँखने लगे
पहन माथे ताज काँटों का मेरा मर्सिया बाँचने लगे। 

जाहिर थे सुर संसार मेरे आँख नीचे गीत पन्ने थे 
पहली तान पर हुये दीवाने कुछ नंगे नाचने लगे। 

दिल में रहते थे पता न था कि थे देह समाये भी 
पुकार मेरी थी जोशीली गला खराब बताने लगे। 

हिम्मत की जो उतरूँ हजार लहरें परखने के बाद
दास्तानें डूबती कश्तियों की सबको सुनाने लगे। 

ठीक होता नहीं, है पाप अधम समुन्दर पार करना
तूफान तो थे ही नहीं जमीं पर जलजले उठाने लगे। 

पलट कर कह न दूँ कि ठीक नहीं वार कमर नीचे 
आह भरते छ्ल कहते जाँघ सलामत दिखलाने लगे। 

क्या करना ऐसे मकान का जिसकी नींव पानी हो
घर ढूँढ़ने निकला जवान बूढ़े सरहदें दिखाने लगे।   

शुक्रवार, 1 जून 2012

भोजन छ्न्द :)



अनजाने ही छ्न्द गढ़ गये चर्चा मीठी मीठी
बहा पसीना रोटी भीगी तपती रही अंगीठी।

जोर हाथ के बेलन घूमे चौकी खटपट सीखी
ताल दे रही चूड़ी खनखन जिह्वा नाचे भूखी।

चटनी चटक दाल है सरपट महक मधुर तरकारी
उड़ती भाप भात को साजे अंगुलियाँ सहकारी।

भाग गया बाबा का गुस्सा आये निपट अनूठे
आग पेट की केवल सच्ची और भाव सब झूठे।