आत्मदीपो भव!
अप्प दीपो भव!
अपने प्रकाश स्वयं बनो।
अपनी रोशनी तुम्हें खुद तलाशनी होगी।
Be your own torch bearer.
चाहे जैसे कहो, लब्बो लुआब ये कि करना खुद को ही है।
तो आज दिया बन कितना जलने का प्रोग्राम है?
तो आज दिया बन कितना जलने का प्रोग्राम है?
प्रदूषण मुक्त दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंहिन्दु, मुस्लिम, सिख, ईसाई
जवाब देंहटाएंजब सब हैं हम भाई-भाई
तो फिर काहे करते हैं लड़ाई
दीवाली है सबके लिए खुशिया लाई
आओ सब मिलकर खाए मिठाई
और भेद-भाव की मिटाए खाई
पटाखे वापस कर आऊँ?
जवाब देंहटाएंफुलझड़ियों को आग दिखाऊँ कि न दिखाऊँ?
शुभम करोति कल्याणम, आरोग्यम धन सम्पदा , शत्रुबुद्धि विनाशाय दीपम ज्योति नमस्तुते .
जवाब देंहटाएंदीप पर्व की हार्दिक शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंस्वयं अपने प्रकाश बनो पर पटाखा बन फटो मत।
जवाब देंहटाएं'असतो मा सद्गमय, तमसो मा ज्योतिर्गमय, मृत्योर्मा अमृतं गमय ' यानी कि असत्य की ओर नहीं सत्य की ओर, अंधकार नहीं प्रकाश की ओर, मृत्यु नहीं अमृतत्व की ओर बढ़ो ।
जवाब देंहटाएंदीप-पर्व की आपको ढेर सारी बधाइयाँ एवं शुभकामनाएं ! आपका - अशोक बजाज रायपुर