पसीना पहचान है
कि सब कुछ ठीक ठाक है ।
खून बह रहा है
शरीर में धातुएँ पुष्ट हो रही हैं ।
निकलता है तो होता है निर्गन्ध
टूट पड़ते हैं बैक्टीरिया, जीवाणु, वायरस
और कुछ ही देर में
गन्धाने लगता है - पसीना।
सुबह नहा धो
डियो इत्र लगा
पहुँचता हूँ ऑफिस
एसी कार से,
भाग कर घुसता हूँ एसी ऑफिस में
रूम फ्रेशनर और डियो
सुगन्ध ही सुगन्ध
संतोष होता है दुर्गन्ध नहीं
पसीना नहीं ।
पसीना मज़दूरियत को जाहिर न कर दे !
भयमुक्त रहता हूँ सुबह सुबह।
दिन चढ़ता है -
बाहर कुछ भी तापमान हो
भीतर स्थायी तापमान 20डिग्री
- ऑपरेटर !18 रखा करो
जी साब ।
बाहर धूप में
सड़क पर, बस में, छाँव में - सर्वत्र
घन मार, जोर लगा, उइ दैया !
सखी जोर लगाओ !
टेढा है, सीधा करो !
अरे भाई हाथ लगाओ, एक से नहीं होगा।
पसीना ही पसीना
बह रहा है -
मेरा सीना - नो पसीना
विशिष्टता का सुख
शिष्टता का सुख -
दूर कहीं काम रुक गया है
हायर अप्स की विजिट है -
पेशानी पर बूँदें छलक आई हैं
तापमान 18 डिग्री ही है -
...आइ वांट रिजल्ट डियर !
ये बहानेबाजी किसी और को सुनाओ ...
साब ! गाड़ी नाके पर पकड़ी गई
आज डिलेवरी नहीं हो पाएगी -
स्टॉप दिस नानसेंस ! नैंसी !
भीतर पसीना ही पसीना
तापमान 18 डिग्री
बैक्टीरिया काम पर लग गए हैं -
बगलों से भयानक दुर्गन्ध ...
नैंसी कौन सा परफ्यूम लगाती है ?
..ओन्ली वन डे मिस्टर
टुमारो कट ...
ऑफिस का वक्त खत्म हो गया
बाहर निकलता हूँ
दुर्गन्ध ही दुर्गन्ध
मज़दूर ही मज़दूर -
पसीने के बहाव घरों को जा रहे हैं
एसी कार, बस, पैदल सब बराबर
पसीना सब को बराबर कर देता है
दुर्गन्ध ज़िन्दगी का सबूत है
..साबुन में बसे मृत फूलों की गन्ध
शरीर पर रगड़ रहा हूँ -
मुझे दुर्गन्ध बर्दाश्त नहीं
मैं मज़दूर नहीं ...