गहन चलो काला पहन चलो मन चलो उजले कफन चलो। |
धंसती है लीक बहके कदम चलो रस्ते पे वे पटरी सहम चलो हँसते हैं गाल आँखों बहम चलो। | ऊँची उनकी नाक रस्ते नमन चलो पूछे हैं वो हाले कहन चलो करनी है बात जीभे कटन चलो ना सुनें जो वो चुपके निकल चलो। |
दूरी है क्या पाथे बिखर चलो देखे हैं वे अन्धे !ठहर चलो न तलवे जमीन चप्पल पहन चलो। | गोल गोल दिखते नज़रें उठन चलो सिकोड़ी जो नाक नजरें झुकन चलो पापी दिमाग कोंचे बहम चलो। |
शरम का बहम दिखता अहम चलो काला पहन चलो मनचलों ! |