वो जीने को काम तमाम कहना
मैं सुबह कहूँ तो शाम कहना
खुश होना और बहुते खराब कहना
थे सलामी को राजी वे पहली नज़र
मैंने देरी से जाना आदाब कहना!
मैं सुबह कहूँ तो शाम कहना
खुश होना और बहुते खराब कहना
थे सलामी को राजी वे पहली नज़र
मैंने देरी से जाना आदाब कहना!
थे सलामी को राजी वे पहली नज़र
जवाब देंहटाएंमैंने देरी से जाना आदाब कहना!
..वाह!
तुम दिन को अगर रात कहो
जवाब देंहटाएंतो शाम कहूँगा (इससे ज्यादा की गुंजाईश नहीं है) :)
मैंने देरी से जाना आदाब कहना!
जवाब देंहटाएंआलस का असर
अच्छी लाइनें
जवाब देंहटाएंवाह !
जवाब देंहटाएंलखनऊ का असर ...:)
जवाब देंहटाएं