जो दूसरों की हैं, कवितायें हैं। जो मेरी हैं, -वितायें हैं, '-' रिक्ति में 'स' लगे, 'क' लगे, कुछ और लगे या रिक्त ही रहे; चिन्ता नहीं। ... प्रवाह को शब्द भर दे देता हूँ।
गागर मे भावों का अधाह सागर भर दिया आपने। हमारी बातों का शेष दुनियाँ के लिये बस यही मोल है..आपकी बातें तो कविता जैसी होती है ! इसके आगे समझना ही नहीं चाहते।
उनका उद्देश्य सफल जो हुआ।
जवाब देंहटाएंहर बोलने वाले के लिए एक पिंजरा तय है यहाँ...
जवाब देंहटाएंबेहतरीन!
जवाब देंहटाएंगागर मे भावों का अधाह सागर भर दिया आपने। हमारी बातों का शेष दुनियाँ के लिये बस यही मोल है..आपकी बातें तो कविता जैसी होती है ! इसके आगे समझना ही नहीं चाहते।