जो दूसरों की हैं, कवितायें हैं। जो मेरी हैं, -वितायें हैं, '-' रिक्ति में 'स' लगे, 'क' लगे, कुछ और लगे या रिक्त ही रहे; चिन्ता नहीं। ... प्रवाह को शब्द भर दे देता हूँ।
इन बेग़ैरतों ने अपनी जन्मभूमि को ही नहीं, अपनी माँ को भी तमाचा मारा है। इन्हें खुद और इन्हें उकसाने और शह देने वालों को भी कड़ी से कड़ी सज़ा मिलनी ही चाहिये।
इन बेग़ैरतों ने अपनी जन्मभूमि को ही नहीं, अपनी माँ को भी तमाचा मारा है। इन्हें खुद और इन्हें उकसाने और शह देने वालों को भी कड़ी से कड़ी सज़ा मिलनी ही चाहिये।
जवाब देंहटाएंचार दिन?
जवाब देंहटाएंचार क्षण न रहें ये!
इन्हें अपने निष्कर्ष अवश्य मिलेंगे, माँ के प्रति भाव दिख रहे हैं।
जवाब देंहटाएंये वो लोग हैं जिन्हें रुदाली-रोदन प्रिय है|
जवाब देंहटाएंShameful.
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