जो दूसरों की हैं, कवितायें हैं। जो मेरी हैं, -वितायें हैं, '-' रिक्ति में 'स' लगे, 'क' लगे, कुछ और लगे या रिक्त ही रहे; चिन्ता नहीं। ... प्रवाह को शब्द भर दे देता हूँ।
हर हँसी,एक अलग भाव जगाती है,कभी भुलाती है, कभी सुलाती है।
उमसा उमसा समय सूखी नदी सारहे केवल तट मना रेदिन सहमा सहमा। waah! Kya baat hai!
उमड़-घुमड़ बरसन चाहेरहे केवल तट मना रे..
:)
हर हँसी,
जवाब देंहटाएंएक अलग भाव जगाती है,
कभी भुलाती है,
कभी सुलाती है।
उमसा उमसा
जवाब देंहटाएंसमय सूखी नदी सा
रहे केवल तट मना रे
दिन सहमा सहमा।
waah! Kya baat hai!
उमड़-घुमड़ बरसन चाहे
जवाब देंहटाएंरहे केवल
तट मना रे..
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