जो दूसरों की हैं, कवितायें हैं। जो मेरी हैं, -वितायें हैं, '-' रिक्ति में 'स' लगे, 'क' लगे, कुछ और लगे या रिक्त ही रहे; चिन्ता नहीं। ... प्रवाह को शब्द भर दे देता हूँ।
हँसी की निश्छल सुन्दरता कविता में खिल रही है!!
अहा।
बहुत गहरी... लाजवाब ..
चौथे तार सप्तक में ली जा सकती है यह कविता !
:)
हँसी की निश्छल सुन्दरता कविता में खिल रही है!!
जवाब देंहटाएंअहा।
जवाब देंहटाएंबहुत गहरी... लाजवाब ..
जवाब देंहटाएंचौथे तार सप्तक में ली जा सकती है यह कविता !
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