भइया गये परदेस
भउजी ने रख छोड़ी है उनकी
मैली बंडी अलमारी में एक।
नज़र भर टेर
मइया बबुना की लगाती रहती हैं टेक
बबुवा भरते हैं अब धीरे धीरे डेग।
भउजी काम धाम के बीच
रह रह आती हैं कोठरी खोल
अलमारी में गमकता है बलमुआ बिदेस।
भउजी ने रख छोड़ी है उनकी
मैली बंडी अलमारी में एक।
नज़र भर टेर
मइया बबुना की लगाती रहती हैं टेक
बबुवा भरते हैं अब धीरे धीरे डेग।
भउजी काम धाम के बीच
रह रह आती हैं कोठरी खोल
अलमारी में गमकता है बलमुआ बिदेस।
क्या बात है !
जवाब देंहटाएंफेसबुक पर शेयर कर रहा हूँ...
आनन्द दायक
जवाब देंहटाएंवाह ... बहुत खूब ... बंडी में बिदेस का एहसास दिल को छूता है ...
जवाब देंहटाएंबंडी माने ?
जवाब देंहटाएं:) गंजी
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