प्रार्थना
के अर्घ्य सम
अलस मंत्र गीति लय
निशा जागरण आँजुरी भर
पीना चाहता हूँ।
अलस मंत्र गीति लय
निशा जागरण आँजुरी भर
पीना चाहता हूँ।
प्रात नव स्निग्ध
नम
रक्तिम नींद अधर पर
ले चुम्बन एक पलक भर
सोना चाहता हूँ।
रक्तिम नींद अधर पर
ले चुम्बन एक पलक भर
सोना चाहता हूँ।
न कहना -
जागना चाहता हूँ!
जागना चाहता हूँ!
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~ गिरिजेश राव