धमनियों में चिपकी चर्बी
कोलेस्ट्रॉल ने खून किया गाढ़ा . .
चेक अप की मेरी रिपोर्टें यही कहती हैं।
डाक्टर से पूछा,
"मीठा नहीं खाता
तला नहीं खाता
घी देखे जमाना हो गया
बीवी बघार में तेल नहीं पानी डालती है।
भूख से कम ही खाता हूँ।
उमर भी अभी क्या हुई !
डाक्टर ऐसा मेरे साथ कैसे हो गया?
ऐसा केस तो मैंने अब तक नहीं देखा।"
डाक्टर ने बताया ,
"तुम्हें सुखरोग हो गया है।
ज़माना बदल चुका है।
कुछ भी करो,
जब तक सही खाओगे नहीं
सही श्रम नहीं करोगे
यह सब बढ़ता ही रहेगा।
केस ऐसा क्यों नहीं देखा?
भारत देश सामने है,
अभी उसकी उमर ही क्या है?
सुखरोग को नया मेडिकल साइंस
'भारत रोग' कहता है।
जांनते हो क्या?"
'सही खाना' और 'सही श्रम'
मैं तो कर लूँगा
लेकिन !
डाक्टर ऐसा जुमला फिर न बोले,
यह कौन सुनिश्चित करेगा?
कैसे सुनिश्चित करेगा?
सुखरोग की दवा कौन करेगा?