tag:blogger.com,1999:blog-6189295586546905119.post529040443352175881..comments2023-10-21T21:31:12.751+05:30Comments on कवितायें और कवि भी..: नयन माँ केगिरिजेश राव, Girijesh Raohttp://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-6189295586546905119.post-49482689775342977592016-10-04T13:12:53.605+05:302016-10-04T13:12:53.605+05:30दिल को छू जाने वाली पंक्तियाँ है।और फिर माँ शब्द ह...दिल को छू जाने वाली पंक्तियाँ है।और फिर माँ शब्द ही जिस रचना, पंक्ति में आ जाये तो उसकी सुंदरता की कलपना नही की जा सकती है।आकर्षक,असरदार और प्रभावशाली लेखन है।शब्दों का सटीक और उचित स्थान पर प्रयोग होने से पंक्तियों में आये निखार को महसूस किया जा सकता है।adarshhttps://www.blogger.com/profile/00262481929379393483noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6189295586546905119.post-80828340523858877082016-09-14T17:51:16.588+05:302016-09-14T17:51:16.588+05:30उफ़्फ़्, कौन किसको ढाढस बधाये...!उफ़्फ़्, कौन किसको ढाढस बधाये...!सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6189295586546905119.post-60253269545661240852016-09-11T15:26:08.518+05:302016-09-11T15:26:08.518+05:30दिल को सीधे टच करती है रचना ... पल
पल माँ के एहसास...दिल को सीधे टच करती है रचना ... पल<br />पल माँ के एहसास को जीते शब्द ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6189295586546905119.post-86246975117233610412016-09-08T20:07:15.009+05:302016-09-08T20:07:15.009+05:30इस कविता में व्यक्त भावनाओं को बस ह्रदय से अनुभव क...इस कविता में व्यक्त भावनाओं को बस ह्रदय से अनुभव करने का प्रयास कर रहा हूँ. अम्मा के गीत सुने हैं मैंने, उनका विलाप असह्य है मेरे लिये!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.com