tag:blogger.com,1999:blog-6189295586546905119.post7123528491009572585..comments2023-10-21T21:31:12.751+05:30Comments on कवितायें और कवि भी..: गालीगिरिजेश राव, Girijesh Raohttp://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-6189295586546905119.post-79898638098868397422010-03-08T14:11:45.961+05:302010-03-08T14:11:45.961+05:30डिग की डुगडुगी ऊपर जो सजा दी है आपने ! आभार ।डिग की डुगडुगी ऊपर जो सजा दी है आपने ! आभार ।Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6189295586546905119.post-78601403609957395112010-03-08T14:11:07.018+05:302010-03-08T14:11:07.018+05:30इन कविताओं पर टिप्पणी क्यों नहीं हो पाती मुझसे !
...इन कविताओं पर टिप्पणी क्यों नहीं हो पाती मुझसे ! <br />हाँ, टेम्पलेट ठीक लगी मुझे !Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6189295586546905119.post-14889302204825215722010-03-07T19:38:45.702+05:302010-03-07T19:38:45.702+05:30अब जब कि तुम
रेत में सिर गाड़े
अपने पैरों को पटक
य...अब जब कि तुम<br />रेत में सिर गाड़े<br />अपने पैरों को पटक<br />यह जता रहे हो<br />कि मैं वंचक हूँ ..<br />ठीक उसी समय<br />मैं चिल्ला रहा हूँ ...<br />"देखते रहो<br />अन्धेरा घना है"<br />और फिर जो कोई अन्धेरे से बाहर ही न चाहे तो --<br />बेहतरीन -- गहरे अर्थ और --- बहुत कुछM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6189295586546905119.post-31715386801738387282010-03-07T14:21:07.832+05:302010-03-07T14:21:07.832+05:30शतुर्मुर्ग की ओरसे इंसान को गाली... इंसान कहींके.....शतुर्मुर्ग की ओरसे इंसान को गाली... इंसान कहींके..।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6189295586546905119.post-18907241647067632192010-03-07T13:46:48.508+05:302010-03-07T13:46:48.508+05:30.
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ठीक इसी समय
तुम खोज रहे हो
अपने मन-शब्दकोष म....<br />.<br />.<br /><b>ठीक इसी समय<br />तुम खोज रहे हो<br />अपने मन-शब्दकोष में<br />मेरे योग्य कोई<br />सुसंस्कृत परिष्कृत<br />जटिल अबूझ सी -<br />गाली।</b><br /><br /><b>कवि...</b> कैसा रहेगा ?<br /><br />और हाँ, फायरफॉक्स में यह नया टैम्पलेट बहुत बेतरतीब सा लग रहा है, शब्द फ्रेम और सीमा रेखा से बाहर जा रहे हैं देखिये जरा क्या दिक्कत है?प्रवीण https://www.blogger.com/profile/14904134587958367033noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6189295586546905119.post-50892195861339489332010-03-07T11:37:15.876+05:302010-03-07T11:37:15.876+05:30अहसास के बरक्स शब्दों की छायाएं
मिटने का अच्छा बय...अहसास के बरक्स शब्दों की छायाएं <br />मिटने का अच्छा बयां किया है आपने ! आभार !Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6189295586546905119.post-21866631610019700962010-03-07T09:06:14.384+05:302010-03-07T09:06:14.384+05:30वाह!
बेहतरीन..!
लोग गाली सुनकर शर्म से न केवल गढ़...वाह!<br />बेहतरीन..!<br /><br />लोग गाली सुनकर शर्म से न केवल गढ़ जाते हैं बल्कि सोंचते रहते हैं ...जटिल अबूझ सी गाली !देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6189295586546905119.post-16338190152144261902010-03-07T09:01:58.129+05:302010-03-07T09:01:58.129+05:30सुसंस्कृत परिष्कृत
जटिल अबूझ सी -
गाली
गाली न हुई...सुसंस्कृत परिष्कृत<br />जटिल अबूझ सी -<br />गाली<br /><br />गाली न हुई कोई वेद की ऋचा हो गई।<br />धन्य हैं ऐसे गाली देने वाले।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6189295586546905119.post-38269177018388825852010-03-07T08:21:49.186+05:302010-03-07T08:21:49.186+05:30बड़ा लफ़ड़ा है। गाली भी सोच-समझकर दी जाये। जय हो!बड़ा लफ़ड़ा है। गाली भी सोच-समझकर दी जाये। जय हो!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6189295586546905119.post-90790245959418881692010-03-07T06:51:44.862+05:302010-03-07T06:51:44.862+05:30ठीक इसी समय
तुम खोज रहे हो
अपने मन-शब्दकोष में
...ठीक इसी समय <br />तुम खोज रहे हो <br />अपने मन-शब्दकोष में <br />मेरे योग्य कोई <br />सुसंस्कृत परिष्कृत<br />जटिल अबूझ सी -<br />गाली<br /><br />-ओह! क्या बात है..Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com